भारत सरकार ने चीन के स्वामित्व वाली 59 मोबाइल एप को बैन कर चीन को एक बड़ा झटका दिया है, जिसमें टिक-टॉक समेत कई बड़ी कंपनियां हैं। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद से ही टिक-टॉक को बंद करने की मांग चल रही थी। आइए जानते हैं कि भारत में चीन की टॉप 10 एप कौन-सी हैं और उनके कितने डाउनलोड्स हैं…

भारत में इस समय सबसे ज्यादा लोकप्रिय एप टिक-टॉक है। टिक-टॉक एक ऐसी एप है जिसमें छोटे—छोटे वीडियो बनाकर अपलोड किए जाते हैं। ये एप देश में सभी तबके के लोगों के स्मार्टफोन में डाउनलोड मिल जाएगी। यहां तक कि कई बड़ी हस्तियों ने भी इस एप को डाउनलोड किया हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में टिक-टॉक एप के 39 यूजर्स भारत से हैं और इनकी उम्र 16-24 साल के बीच है।

लाइकी एप भी टिकटॉक और हेलो की तरह एक शॉर्ट वीडियो एप है। भारत में लाइकी के यूजर्स की संख्या आठ करोड़ से अधिक है। इस एप में वीडियो एडिटिंग की भी सुविधा है।

यूसी ब्राउजर एक मोबाइल ब्राउजर है। इसे यूसीवेब ने विकसित किया है, जिसका स्वामित्व चीनी कंपनी अलीबाबा के पास है। भारत में गूगल क्रोम के बाद यूसी ब्राउजर टॉप ब्राउजरों में से एक है। भारत में इस एप के भी करोड़ों यूजर्स हैं। भारत की ओर से बैन की गई कंपनियों में इस एप का नाम भी शामिल है।

हेलो भी एक तरह का सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म है, जिसे बाइटडांस ने विकसित किया है। भारत में इस एप के करीब 40 लाख यूजर्स हैं। इस एप में कई भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है ताकि स्थानीय क्षेत्र में इसकी पकड़ तेज की जा सके। हेलो एप भी उन कंपनियों की सूची में शामिल है जिसे भारत सरकार की ओर से बैन किया गया है। 

भारत में शेयरइट लोकप्रिय एप मानी जाती है। ये एक तरह की फोटो, वीडियो, फाइल या किसी तरह की कोई मोबाइल एप्लीकेशन शेयर करने के काम आती है। इस एप के जरिए दो मोबाइल फोन में किसी भी फाइल, चाहे वो कितनी लंबी क्यों ना हो को शेयर किया जा सकता है। इसके लिए दोनों मोबाइल में इस एप का होना जरूरी है। साल 2018 में ये एप सबसे ज्यादा डाउनलोड की गई थी।

वीमेट भी टिक-टॉक की तरह एक सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म है। इसमें भी छोटे-छोटे वीडियो बनाकर उन्हें अकाउंट से अपलोड किया जाता है। भारत में इस एप के भी लाखों में यूजर्स हैं। यह एप भी बैन की गई सूची में शामिल है।

जेंडर भी शेयरइट (Shareit) की तरह फाइल शेयरिंग एप है। इसमें भी शेयरइट की तरह फोटो, वीडियो, फिल्म, डॉक्यूमेंट या कोई भी मोबाइल एप्लीकेशन को शेयर किया जा सकता है। जेंडर से किसी फाइल को शेयर करने के लिए दूसरे फोन में भी जेंडर एप का होना बेहद जरूरी है। सरकार की ओर से जारी बैन वाली सूची में जेंडर एप का नाम भी शामिल है।

कैमस्कैनर की मदद से यूजर किसी डॉक्यूमेंट को आसानी से स्कैन कर किसी भी वेबसाइट पर अपलोड कर सकता है। यह एप भी भारत में काफी ज्यादा लोकप्रिय है। सीसी इंटेलिजेंस ने इस एप को विकसित किया है, लेकिन अगस्त 2019 में इस एप को निगरानी के तहत डाल दिया गया था। ऐसा आरोप है कि इस एप में कई ज्यादा विज्ञापन मालवेयर पाए गए। कैमस्कैनर को भी बैन की गई सूची में शामिल किया गया है।

ब्यूटीप्लस एक तरह की फोटो एडिटिंग और सेल्फी फिल्टर वाली एप है। इस एप के जरिए सेल्फी लेने पर उसमें कई तरह के फिल्टर्स का इस्तेमाल कर फोटो को और सुंदर बनाया जाता है। यह एप चीनी कंपनी मीतु की तरफ से बनाई गई है और यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मीतु एप भी बैन की गई सूची में शामिल है।

यूवीडियो एक ऐसी एप है जो यूजर्स को अपलोड की गई वीडियो को डाउनलोड करने की अनुमति देती है। इस एप के जरिए यूजर छोटी-छोटी वीडियो को डाउनलोड कर अपने वाट्सएप या इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर शेयर कर सकता है। ये वीडियो भारत में काफी प्रचलित है और इसे भी बैन की गई सूची में शामिल किया गया है। मौजूदा समय में गूगल प्ले स्टोर पर इस एप के पांच करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स हैं।

 

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