हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली के दिल इंडिया गेट केस

कभी-कभी कुछ एसा भी देखने को मिल जाता है जीस को देख कर यकीन नहीं होता कि हम एक एसे समाज में जी रहे हैं जहाँ किसी को भी दुसरे के दर्द से कोई मतलब नहीं है इंडिया गेट हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली के दिल इंडिया गेट का ये केस जब हमारे पास आया तो सुन कर यकीन नहीं हुआ कि 10, 12, साल से एक मानसिक रूप से परेशान महिला के साथ शारीरिक शोषण हो रहा है और उससे भी चौकाने वाली बात ये थी कि इन सालों में वो पाँच बार गर्भवती हुई । और शब्बो के पास सिर्फ एक बच्ची खुशबू ही रही बाकी चार बच्चे भी चोरी कर लिए गए । ओर अभी 10 दिन से शब्बो की बेटी खुशबू भी लापता है मंगल सिंह नामक एक व्यक्ति ने जब ये केस हमारे पास दर्ज करवाया । तो उस शिकायत पत्र में बताया कि उसने अपने पास के पुलिस स्टेशन और कुछ NGO के नाम भी साफ तौर पर लिखा की उसने बताया कि हर जगह शिकायत की लेकिन हर जगह से उसको डांट कर भगा दिया गया । ये केस जब हमारे पास दिनांक 19, 6,2019 को आया उसी दिन हमारी रक्षा द सेवियर की टीम की तरफ से संसद मार्ग थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई और पुलिस पर भी दबाव बनाया की इस केस में साथ दे नहीं तो हमें मजबूरन कुछ एसे कदम उठाने पड सकते है। जो आपके खिलाफ जा सकते है । तब जा कर पुलिस ने हमे इस केस में मदद कि रक्षा द सेवियर टीम ने चार दिन 48 डिग्री की कड़क गरमी में भी कड़ी मेहनत कर शब्बो की बेटी खुशबू का पता लगाया और पुलिस को खबर दी की खुशबू को एक भिखारी परिवार बिना किसी को बताये साथ ले कर गये हैं हिमाचल प्रदेश भीख मांगाने के लिए जब रक्षा द सेवियर की टीम ने वहां पर रहने वाले लोगों को विश्वास दिलाया कि हम किसी को भी परेशानी मे नहीं आने देंगे आप हमारे साथ खुशबू को ढूंढने में मदद करे । तब जा कर पुलिस कि मदद से खुशबू को अलीगढ़ से लाया गया और मेडिकल करा कर उस 8 साल की बच्ची को CWC cell भेजा गया। counselling के दोरान उस बच्ची खुशबू ने जो बताया । शर्म के मारे आखें नहीं उठ रही थी । दिमाग भी सोचने पर मजबूर हो गया कि इतनी क्रुर सोच के लोग भी हमारे ही बीच में रह रहे हैं । रक्षा द सेवियर की महिलाओं द्वारा की गई छोटी सी कोशिश से अब खुशबू CWC centre सुरक्षित भी है और स्कूल भी जाने लगी और शब्बो को भी बहला समझा कर magistrate के सामने पेश कर treatment के लिए हिभास भेजा गया । इन सब बातों को आप के साथ सांझा करने का एक ही मकसद है कि हमारी छोटी सी कोशिश से किसी इन्सान की जिंदगी को एक नई दिशा मिल सकती है वो भी एक अच्छी जिंदगी जी सकता है आपकी छोटी सी कोशिश से समाज में फैलती हुई बुराइयों पर भी अंकुश लगा हम अपनी आने वाली पीढ़ी को एक जागरूक नागरिक बना एक सुरक्षित और स्वास्थ्य सम्रद्ध समाज का नव निर्माण कर सकते है तो क्यु हम अपनी आँखे बंद कर जी रहे हैं क्यु नहीं किसी और तकलीफ को देख कर भी अनदेखा करते हैं क्यु । शब्बो और उसके बच्चों का असली गुनाहगार कोन है सोचना । इस पुरे प्रकरण में हमे 15 दिन लगे और दोनो मां बेटी को सुरक्षित जिंदगी मिली please आप सब अपने आसपास में फैलती हुई बुराइयोंको नज़र अंदाज़ ना करे । अगर आप मदद कर सके तो अच्छी बात है नहीं तो आप हमें सूचित करें । धन्यवाद इंदू राजपूत अध्यक्षा (रक्षा द सेवियर )